हरिद्वार – 5 अक्टूबर को थाना झबरेड़ा पुलिस को सूचना मिली कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने इकबालपुर क्षेत्रांतर्गत स्थित हेरिटेज ग्लोबल स्कूल मे नियुक्त चौकीदार इकबाल को लाठी से निर्ममता से पीटकर गंभीर रुप से घायल कर दिया है। सूचना पर तुरंत कार्रवाई करते हुए हरिद्वार ‘देहात क्षेत्र’ के सीओ-मंगलौर विवेक कुमार व एसओ झबरेड़ा अंकुर शर्मा थाना फोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुचे। गंभीर रूप से घायल इकबाल को उसके परिजन सिविल हाँस्पिटल रुडकी लेकर चले गये।
पुलिस टीम द्वारा मौके पर पड़ताल करते हुए स्कूल के C.C.T.V. फुटेज खंगाले गए तो एक अज्ञात व्यक्ति इकबाल को डंडे से बुरी तरह पीटते हुए दिखाई दिया। घायल की स्थिति गंभीर होने पर उसे डॉक्टरों द्वारा हायर सेंटर रेफ़र किया गया लेकिन घायल ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।
प्रकरण के संबंध में मृतक के पुत्र द्वारा दी गई शिकायती प्रार्थना पत्र के आधार पर थाना झबरेड़ा में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ धारा – 103(1)BNS के तहत मुकदमा अपराध संख्या 400/24 पंजीकृत किया गया।
बुजुर्ग व्यक्ति की निर्ममता से हत्या किए जाने जैसे गंभीर प्रकृति के प्रकरण पर एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र सिंह डोबाल द्वारा एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह से वार्ता की गई एवं पूरी जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। एसपी देहात के निर्देश पर त्वरित रूप से घटना मे शामिल आरोपियों की तलाश व धर-पकड़ हेतु पुलिस टीम गठित की गई।
अज्ञात आरोपियों की तलाश में जुटी टीम ने जब मृतक का डाटा इकट्ठा किया तो मामला बेहद उलझा हुआ नजर आया। स्कूल से जुड़ा प्रकरण होने के चलते एक छोटे से सुराग की तलाश में स्कूल के शिक्षकों, सपोर्टिंग स्टॉफ एवं छात्र-छात्राओं से कई दिनों की पूछताछ का एक लंबा दौर चला।
कई एंगलों पर काम करने के बाद, और कई सारी टीमों से मिली अलग-अलग सूचनाओं को आपस में जोड़ने के बाद, स्कूल स्टॉफ पर फोकस करने पर पुलिस का सामना एक संदिग्ध चरित्र से हुआ जो स्कूल में बतौर ड्राइवर नियुक्त था। प्राप्त डाटा और तकनीकी साक्ष्यों को सामने रखकर जब उक्त ड्राइवर टिंकू से पूछताछ की गई तो हत्या में शामिल किरदार राजा (स्कूल में माली) व रिश्तेदार दीपक की जानकारी मिली। महत्वपूर्ण लीड मिलने पर पुलिस टीम ने लगातार संभावित स्थानों पर दबिश देकर वारदात में शामिल अन्य आरोपियों को भी दबोचने में सफलता हासिल की।
मृतक इकबाल हेरिटेज ग्लोबल स्कूल में विगत 10-12 वर्षो से स्कूल में चौकीदारी का काम कर रहा था। लंबा वक्त होने के कारण मृतक स्कूल प्रबंधन का विश्वासपात्र होने के साथ-साथ स्कूल में नियुक्त ड्राइवर, माली के कामों की देखरेख की जिम्मेदारी भी देखता था। आरोपी टिंकू (ड्राईवर) व राजा (माली) चौकीदार इकबाल द्वारा समय-समय पर की जाने वाली टोकाटाकी से काफी समय से नाराज चल रहे थे।
टिंकू स्कूल में भी घास कटाई व स्कूल मालिको के यहां गाय भैंस का दूध निकालने का भी काम करता था। घटना के दिन को दीपक करीब 10.00 बजे टिंकू को मिलने हैरीटेज स्कूल गया जहां से दोनों स्कूल वैन में छात्रों को घर छोडने गए। बच्चो को छोडने व स्कूल वैन को घर पर खडी करने के बाद दोनों आरोपी शिवपुर गए और फिर वापस इकबालपुर पहुंचे जहां दोनों ने ठेके से शराब खरीदी और तीसरे आरोपी राजा को भी मौके पर बुला लिया। एक साथ शराब पीने के दौरान टिंकू और राजा ने चौकीदार इकबाल की बार-बार की जाने वाली रोक-टोक का जिक्र करते हुए मिलकर इकबाल को सबक सिखाने की योजना बनाई व दीपक को इस काम के लिए ये कहकर राजी किया कि बाहर का होने के कारण उसे यहां कोई जानता पहचानता नही है।
टिंकू और राजा पहले स्कूल की बाउन्डरी फांद कर अन्दर गये तथा टहल रहे इकबाल को दूर से ही देखने लगे। कुछ समय बाद दोनों ने दीपक को स्कूल के अंदर बुला लिया जहां दीपक ने मौका पाकर पीछे से इकबाल की कमर पर जोर की लात मार कर उसे नीचे गिरा दिया तथा उसके हाथ से डन्डा छीनकर उसके हाथ पैरो में डन्डे से तेजी से वार करने शुरु कर दिये। इकबाल को मारपीट कर घायल करने के बाद डण्डे को मौके पर ही छोडकर दीपक तुरन्त तेजी से दौडकर वापस आया और तीनो तुरन्त स्कूल की दीवार फांद कर फरार हो गए। कप्तान प्रमेन्द्र सिंह डोबाल द्वारा इस खुलासे पर थानाध्यक्ष समेत पूरी टीम की प्रशंसा की।
पुलिस टीम –
1- सीओ मंगलौर विवेक कुमार
2- थानाध्यक्ष झबरेडा अंकुर शर्मा
3- उपनिरीक्षक नितिन बिष्ट
4- उपनिरीक्षक नीरज रावत
5- हे०का० रामवीर
6- कां0 रणवीर
7- का0 मुकेश तोमर
सी.आई.यू. टीम –
- उ0नि0 संजय पुनिया (प्रभारी)
- कानि0 महिपाल
- कानि0 वसीम

