हरिद्वार – जिलाधिकारी हरिद्वार सी0 रविशंकर की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय परामर्शदात्री समिति (क्स्त्ब्)-लीड बैंक की बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि जिन बैंकों का प्रदर्शन अच्छा होगा उन्हें प्रोत्साहित किया जायेगा तथा जिनका प्रदर्शन अच्छा नहीं होगा, उनकी जिम्मेदारी तय की जायेगी।
अधिकारियों ने जिलाधिकारी को बताया कि मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के अन्तर्गत हरिद्वार जनपद में वर्ष 2020-21 में भौतिक लक्ष्य 100 प्रोजेक्ट से बढ़ाकर 200 प्रोजेक्ट कर दिया गया है। सितम्बर, 20 तक जनपद में विभिन्न बैंकों को 295 ऋण आवेदन भेजे गये, जिनमें से 61 आवेदन स्वीकृत किये गये हैं। 30 आवेदन वापस किये गये, 80 आवेदन निरस्त किये गये हैं। जिलाधिकारी को अधिकारियों ने प्रधानमंत्री रेहड़ी-पटरी आत्म निर्भर निधि, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, स्वतः रोजगार योजना, अल्पसंख्यक रोजगार योजना, वीरचन्द्र सिंह गढ़वाली पर्यटन स्वरोजगार योजना, प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना, कृषि से सम्बन्धित अनुषंगी गतिविधियों की प्रगति की जानकारी दी। सी0 रविशंकर ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जन कल्याणकारी योजनाओं तथा अन्य ऋण सम्बन्धी जो भी आवेदन उन्हें प्राप्त हों, उन पर तत्काल कार्रवाई करें तथा जो पात्र व्यक्ति हैं, उन्हें स्वीकृति तुरन्त प्रदान करें तथा जिन आवेदनों में कोई कमी है तो उस कमी का उल्लेख करते हुये आवेदन अस्वीकृत होने के कारण का उल्लेख करते हुये 15 दिन के भीतर आवेदक को सूचित कर दें तथा सही व्यक्ति को योजनाओं का लाभ अवश्य मिलना चाहिये। बैठक में जिलाधिकारी ने चल रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं/कार्यक्रमों में एस0बी0आई0 व ग्रामीण बैंक द्वारा योगदान देने के बजाय उदासीन रवैया अपनाने पर एस0बी0आई0 व ग्रामीण बैंक की कार्यप्रणाली पर असन्तोष व्यक्त किया।
बैठक में जिलाधिकारी को फसल बीमा योजना के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी गयी, जिसमें ओलावृष्टि, जलभराव, आकाशीय बिजली आदि प्राकृतिक आपदाओं से हुये किसानों के नुकसान की भरपाई हो सकती है।
बैठक में जिलाधिकारी ने उपस्थिति बैंक अधिकारियों से नगर निगम काम्पलेक्स, नेहरू स्टेडियम, ऋषिकुल मैदान, भूपतवाला, बी0एच0ई0एल0 के सेक्टर-03 एवं 04 में 01 नवम्बर से प्रस्तावित मेलों का जिक्र करते हुये कहा कि इन स्थानों में स्टाल आदि बनाने में आप लोगों की महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है तथा जरूरतमन्दों को मेला स्थल पर ही ऋण स्वीकृत करने हेतु आप लोग भी अपने-अपने बैंकों का स्टाॅल लगा सकते हैं।
बैठक में नेशनल बैंक लि0, नाबार्ड, बैंक आफ इण्डिया, ए0आईसी0 देहरादून, सी0एच0ओ0/डी0एस0 डब्ल्यू ओ0 हरिद्वार, महाप्रबन्धक जिला उद्योग, डेयरी डेवलेपमेंट, ई0ए0सी0 हरिद्वार, बन्धन बैंक, बैंक आॅफ बड़ौदा, बैंक आॅफ महाराष्ट्रा, केनरा बैंक, सेण्ट्रल बैंक आॅफ इण्डिया, जिला सहकारी बैंक, एचडीएफसी, आईडीबीआई, इण्डियन बैंक, इण्डियन ओवरसीज बैंक, जेएनके, कर्नाटक बैंक लि0, पंजाब एण्ड सिन्ध बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, एसबीआई, यूको बैंक, यूनियन बैंक आॅफ इण्डिया, उत्तराखण्ड ग्रामीण बैंक, यश बैंक, इण्डियन पोस्ट पेमेंट बैंक तथा उत्तरांचल ग्रामीण बैंक सेे सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।
