चमोली (उत्तराखंड) – उत्तराखंड के चमोली में आयी आपदा के बाद से राहत एवं बचाव कार्य जारी है। अब तक आपदा में मारे गए 50 लोगों के शव बरामद हो चुके हैं। जबकि 156 लोग अभी लापता बताए जा रहे हैं। वहीं आपदा में आये मलबे ने एक नई मुश्किल खड़ी कर दी है। ऋषिगंगा में पावर प्रोजेक्ट से ऊपर एक झील बन गई है। वैज्ञानिकों ने उसमें से पानी के रिसाव की पुष्टि भी की है। वही एनटीपीसी ने पावर प्रोजेक्ट में काम करने वाले मृतक और लापता सभी स्थायी और अस्थाई मजदूरों के परिजनों को 20-20 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है।
आपदा पर प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह स्वम् नजर बनाए हुए है। मोदी और अमित शाह ने उत्तराखंड के सीएम को फोन कर झील के बारे में जानकारी ली। साथ ही आपदा के बाद राहत बचाव कार्य की जानकारी भी ली। मुख्यमंत्री को केंद्र से हर सम्भव मदद करने का भरोसा दिया। मुख्यमंत्री ने बताया कि फिलहाल सरकार की प्राथमिकता राहत बचाव और लापता लोगो की खोजबीन करना है। पहाड़ में मौसम खराब होने की वजह से आपदा की पड़ताल करने वाली टीम को भी नही भेजा जा सका है। उन्होंने कहा आपदा ग्रस्त क्षेत्र में सभी सुविधाएं दी जा रही है।
गौरतलब है कि ऋषिगंगा पर आपदा में आये मलबे ने एक बड़ी झील बना दी है जिसमे पानी भरा है। अभी तक ये भी जानकारी नही लग पाई है कि इस झील में कितना पानी है। इसीलिए प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह आपदा की पल पल की जानकारी ले रहे है। वही एनटीपीसी ने भी आपदा में मारे गए और लापता 129 मजदूरों को मदद की घोषणा की है।