हरिद्वार – कुम्भ मेले के सकुशल आयोजन की माँग को लेकर शहर व्यापार मंडल ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बड़ी संख्या में व्यापारियों ने हरिद्वार कोतवाली के पास एक दिवसीय सांकेतिक धरना दिया। धरने में बड़ी संख्या में शहर व्यापार मंडल के जिलेभर के व्यापारी शामिल हुए। सभी व्यापारियों ने एक सुर में सरकार से एसओपी, कोरोना रिपोर्ट की बाध्यता खत्म करके हरिद्वार कुम्भ मेला सम्पन्न कराने की माँग की। व्यापारियों के धरने को काँग्रेस के पूर्व पालिकाध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी समेत तीर्थ पुरोहितों ने भी अपना समर्थन दिया।
व्यापारी नेता संजीव नैय्यर ने कहा कि सरकार ने जो एसओपी कुम्भ मेले के लिए जारी किए हैं उसे वापस लेना ही होगा क्योंकि हरिद्वार का व्यापारी पिछले 18 महीनों से आर्थिक मंदी की मार झेल रहा है। यदि उनकी ये माँग पूरी नही हुई तो हरिद्वार का व्यापारी किसानों की तरह आत्महत्या करने को मजबूर हो जाएगा और इसकी जिम्मेदारी केंद्र और राज्य सरकार की होगी।
वही व्यापारी नेता सुरेश गुलाटी ने कहा कि एसओपी के अनुसार सरकार 72 घंटे पहले की कोरोना रिपोर्ट की बाध्यता को खत्म करे इस संबंध में वो जल्द ही मुख्यमंत्री से भी मिलेंगे।
इस दौरान तीर्थ पुरोहित व भाजपा नेता उज्ज्वल पंडित ने मंच से कहा कि वो भले ही भाजपा पार्टी से जुड़े हो लेकिन वो हरिद्वार के व्यापारियों के साथ खड़े है और सरकार ने यदि कुम्भ मेले का आयोजन नही कराया तो जो भी निर्णय व्यापारी लेंगे वो उसके साथ होंगे।
होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष आशुतोष शर्मा ने कहा कि भारत में बहुत ऐसे लोग हैं जिन्हें आरटी पीसीआर का मतलब ही नहीं मालूम और वह एंड्राइड मोबाइल चलाना भी नहीं जानते। कुंभ मेले में जो आरटी पीसीआर टेस्ट की बात सरकार कर रही है वह संभव नहीं हो सकता क्योंकि सरकार के पास इतने संसाधन नहीं है कि वह 72 घंटे पहले करोड़ों लोगों का टेस्ट करा सके।
वही युवा शहर व्यापार मंडल के अध्यक्ष सुमित श्री कुंज ने कहा कि सरकार ने उनकी इस मांग को पूरा नहीं किया तो हरिद्वार का व्यापारी उग्र आंदोलन भी करेगा।