हरिद्वार – माटी कला प्रशिक्षण केंद्र, रुड़की में विकास आयुक्त हस्तशिल्प के प्रायोजन और जिला उद्योग केंद्र, हरिद्वार के आयोजन में माटी कला शिल्प प्रशिक्षण कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य स्थानीय कारीगरों को माटी कला से जुड़ी नई तकनीकों, डिजाइन व कौशल से अवगत कराना तथा रोजगार के अवसर बढ़ाना है।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राज्य मंत्री शोभाराम प्रजापति उपस्थित रहे। उन्होंने पारंपरिक विधि के अनुसार द्वीप प्रज्वलन कर प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि माटी कला उत्तर भारत की सांस्कृतिक पहचान का महत्वपूर्ण हिस्सा है और ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम स्थानीय युवाओं व कारीगरों को स्वरोजगार की दिशा में मजबूत बनाते हैं। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में प्रतिभागियों और स्थानीय कारीगरों ने हिस्सा लिया और प्रशिक्षण के प्रति उत्साह व्यक्त किया। आयोजन समिति ने बताया कि प्रशिक्षण अवधि के दौरान प्रतिभागियों को उन्नत माटी कला तकनीकों, आधुनिक डिज़ाइन व विप्णन से संबंधित जानकारी भी प्रदान की जाएगी।
समारोह का सबसे विशेष और प्रेरणादायक क्षण वह था जब राज्य मंत्री शोभाराम प्रजापति और महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र उत्तम कुमार तिवारी ने स्वयं चाक पर बैठकर मिट्टी के बर्तन बनाने का प्रयास किया। अतिथियों को मिट्टी के साथ काम करते देख प्रतिभागी व उपस्थित कारीगरों में खासा उत्साह देखने को मिला। इस प्रदर्शन ने न सिर्फ कार्यक्रम में जीवंतता भरी, बल्कि माटी कला के प्रति सम्मान और बढ़ती रुचि को भी दर्शाया।
इस अवसर पर महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र उत्तम कुमार तिवारी, सहायक निदेशक डीसी हैंडीक्राफ्ट नलिन कुमार, लघु उद्योग भारती से केतन भारद्वाज तथा रुड़की स्माल स्केल इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के बी. बी. गुप्ता भी मौजूद रहे। महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र उत्तम कुमार तिवारी ने बताया कि एक माह के इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में न सिर्फ पारंपरिक शिल्प को नई ऊर्जा देगा, बल्कि आधुनिक बाज़ार की मांग के अनुरूप कारीगरों को तैयार करेगा।

