हरिद्वार – कोरोना के कारण धर्मनगरी हरिद्वार के व्यापारी वर्ग में मायूसी देखने को मिल रही है। 31 दिसंबर और नए साल के अवसर पर भी धर्मनगरी में पर्यटकों की संख्या बहुत कम है। पर्यटकों पर निर्भर हरिद्वार के व्यापारी नए साल से बड़ी आस लगाए बैठे थे। लेकिन उनकी सभी उम्मीदों पर पानी फिर गया है। कोरोना के कारण धर्मनगरी हरिद्वार में बाहर से आने वाले पर्यटकों की संख्या बहुत कम दिखाई दे रही है। इसका सबसे ज्यादा असर हरिद्वार के होटल और ट्रैवल कारोबार पर पड़ा है। होटल कारोबारी विभास मिश्रा का कहना है कि इस बार नए साल के जश्न के मौके पर वह रौनक देखने को नहीं मिल रही है जो हर साल हुआ करती थी। लोगों में कोरोना का डर बना हुआ है इसी कारण वो हरिद्वार का रुख नहीं कर रहे हैं। कोरोना के कारण लगभग एक साल से आर्थिक मंदी की मार झेल रहे होटल कारोबारियों को नए साल से काफी उम्मीद थी, लेकिन उनकी सभी उम्मीदों पर पानी फिर गया। हालांकि जिला प्रशासन ने 100 लोगों को एक साथ नए साल का जश्न मनाने के लिए परमिशन दी है उसका व स्वागत करते हैं। वही ट्रैवल कारोबारी सुमित श्रीकुंज का कहना है कि नए साल के अवसर पर सबसे बड़ा नुकसान ट्रैवल कारोबार को हुआ है। इस बार उनका कारोबार बिल्कुल भी नहीं चला है। सभी ट्रैवल कारोबारी नए साल से पहले अपनी गाड़ियों के इंश्योरेंस, टायर, सर्विस वगैरह सब करा कर बैठे थे। लेकिन नए साल पर पर्यटक नहीं आने से उनका कारोबार बहुत ज्यादा प्रभावित हुआ है। नए साल के अवसर पर हरिद्वार से लोग उनकी गाड़ियां लेकर मसूरी समेत पहाड़ के कई स्थलों पर जाते थे लेकिन इस बार ऐसा कुछ भी नहीं है।