हरिद्वार – जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि उनके माध्यम से विभिन्न योजनाओं में जिला योजना एवं राज्य सेक्टर केंद्र पोषित योजनाओं में जो भी निर्माण कार्य कराए जा रहे हैं उन कार्यों को गुणवत्ता के साथ काम समय से पूरा हो ये सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि कार्यों के लिए स्वीकृत की गई धनराशि का तत्परता से व्यय करना सुनिश्चित करें। किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जानी चाहिए।
बैठक में जिलाधिकारी ने सभी उप जिलाधिकारियों, अधिशासी अधिकारियों नगर पालिका, नगर पंचायतों एवं जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिए है कि उनके क्षेत्र में एवं किसी भी सरकारी संपत्ति पर अतिक्रमण किया गया है तो, उससे हटाने की कार्यवाही तत्परता से की जाए, इसमें किसी भी प्रकार की कोई ढिलाई न बरती जाए। उन्होंने वन विभाग एवं राजाजी नेशनल पार्क के अधिकारियों को भी निर्देश दिए है कि वन भूमि क्षेत्रांतर्गत जो भी अतिक्रमण किया गया है, उन अतिक्रमणों को नियमानुसार हटाने की कार्यवाही जल्द से जल्द की जाए।
उन्होंने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जनपद को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने के लिए सभी अधिकारी सफाई कार्यों में तेजी लाए तथा कार्यालयों में स्वच्छता बनाएं रखने के लिए कार्यालय एवं आसपास क्षेत्रों की साफ सफाई व्यवस्था ठीक ढंग से कराई जाए तथा की जा रही सफाई कार्यों की जानकारी ग्रुप में भी शेयर करे,इसमें किसी भी प्रकार की कोई लापरवाही क्षम्य नहीं की जाएगी जनपद हरिद्वार को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने में सभी लोग अपना पूर्ण सहयोग दें।
जिलाधिकारी ने परिवहन विभाग को निर्देश दिए है कि वर्तमान समय में घने कोहरे के कारण कोई दुर्घटना गठित न हो, इस पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए तथा वाहनों पर रिफ्लेक्टर स्टीकर चस्पा करने के भी निर्देश दिए गए, ओवरलोडिंग एवं तेज रफ्तार वाहनों पर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
सीएम घोषणाओं की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी में संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए है कि उनके अधीन जो भी घोषणाएं है, उन पर तत्परता से कार्यवाही करना सुनाश्चित करे, इसमें सभी अधिकरी संवेदनशीलता के साथ कार्य करे।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ललित नारायण मिश्रा, अपर जिलाधिकारी वित्त दीपेंद्र सिंह नेगी, अपर जिलाधिकारी पी आर चौहान, जिला विकास अधिकारी वेद प्रकाश, मुख्य शिक्षा अधिकारी आशुतोष भंडारी, अधीक्षण अभियंता लोनिवि डी पी सिंह, अधिशासी अभियंता लोनिवि दीपक कुमार, जिला अर्थ संख्या आधिकारी नलिनी ध्यानी, एसडीओ वन विभाग पूनम कैंथोला, अपर परियोजना निदेशक नलिनीत घिल्डियाल, एआरटीओ नेहा झा, जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी मीरा रावत सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।

