लालढांग (हरिद्वार) – गैन्डी खाता लालढांग रोड पर इंदिरा नगर में स्थित शिव मंदिर निर्वाणआश्रम के महंत भगवानदास 90 वर्ष की आकस्मिक मृत्यु से क्षेत्रीय जनता में शोक की लहर है। महंत भगवान दास का पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार 23 दिसंबर को क्षेत्र के प्रसिद्ध सिद्ध कुटी आश्रम के पास गंगा किनारे उनके पुत्रों द्वारा मुखाग्नि देकर किया गया। भगवान दास लगभग 30 वर्षों से शिव मंदिर निर्माण आश्रम पर रहकर अपने तप के बल पर क्षेत्रीय लोगों में काफी लोकप्रिय थे। लोग उनके पास अपनी कई बीमारियों को लेकर अक्सर शिव मंदिर स्थित आश्रम पर आते थे तथा ठीक होकर जाते थे।उनके द्वारा लोगों को दवाई, भभूति देकर संतुष्ट किया जाता था, जिससे वो सिर्फ क्षेत्र में ही नहीं बल्कि काफी दूर-दूर तक अपने अनुयायियों में प्रसिद्ध थे। भगवान दास के आश्रम से जुड़ाव रखने वाले में सोनू सिंह सैनी, जोगिंदर सिंह बबलू, शिव, जयप्रकाश, सोहन सिंह आदि भक्तों ने बताया महंत भगवान दास साक्षात देवदूत थे। उन्होंने कहा कि वह कभी बाबा के चमत्कार को नहीं भूल पाएंगे। महंत भगवान दास लगभग 30 वर्ष पहले शिव मंदिर लालढांग हरिद्वार रोड पर स्थित इंदिरा नगर में आकर अपना डेरा जमाया था, उस समय इस शिव मंदिर पर किसी भी प्रकार का कोई संसाधन ना होने की कारण बड़ी ही विकट परिस्थितियों में महंत भगवान दास व उनकी धर्मपत्नी लक्ष्मी दास ने यहां पर आकर शिव मंदिर में पूजा अर्चना व तपस्या के साथ साथ अपने आप को मानव कल्याण के लिए समर्पित किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *