देहरादून – विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही उत्तराखंड में आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। सरकार और विपक्ष एक दूसरे पर राजनीतिक लाभ लेने का कोई मौका नहीं चूकना चाहते हैं। पूर्व सीएम हरीश रावत एक बार फिर सरकार को कटघरे में घेरने की कोशिश में जुट गए हैं। हरीश रावत ने इसी क्रम में किसानों की धान खरीद को लेकर एक बार फिर से राज्य सरकार के विरुद्ध देहरादून में एक दिवसीय धरने की घोषणा की है। अपने फेसबुक पेज से हरीश रावत ने जानकारी दी है कि उत्तराखंड में किसानों का धान बड़ी मात्रा में खरीद की प्रतीक्षा कर रहा है। सरकार ने धान खरीद को काफी समय पहले बंद कर दिया है। एफसीआई के खरीद केंद्र काफी दूर है और बहाना बना रहे है। मजबूर किसान औने पौने दाम पर राइस मिल पर अपना धान बेचने को मजबूर है। और राज्य सरकार किसान को मजबूर कर रही है। राज्य सरकार के इस रवैये के खिलाफ वो देहरादून स्थित अपने आवास पर चारधाम मंदिर के नीचे एक दिवसीय सांकेतिक उपवास पर बैठेंगे। अब देखना है कि बीजेपी हरीश रावत के इन आरोपों पर क्या जवाब देती है और किसानों के मुद्दे पर घिरी केंद्र सरकार के बीच प्रदेश सरकार किसानों को कैसे राहत देती है।