हरिद्वार – 2021 महाकुंभ मेले की तैयारी जोरों पर है। महाकुंभ मेला प्रारंभ होने में थोड़ा ही समय शेष है, उससे पहले राज्य सरकार द्वारा सभी तेरह अखाड़ो में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए स्थाई निर्माण कार्य करवाया जा रहा है। हरिद्वार स्थित अग्नि अखाड़े में भी स्थाई निर्माण कार्य शुरू हो गया है। सोमवार को अग्नि अखाड़े में अग्नि अखाड़े के महामंडलेश्वर व दक्षिण काली पीठाधीश्वर कैलाशानंद ब्रह्मचारी महाराज, अपर कुम्भ मेलाधिकारी हरवीर समेत तमाम साधु संतों की मौजूदगी में पूरे विधि विधान और वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ भूमि पूजन कर भवन निर्माण की आधारशिला रखी गई। इस दौरान अपर मेलाधिकारी हरवीर सिंह ने कहा कि सनातन परंपरा में भूमि पूजन का बहुत ही महत्व होता है इसलिए अखाड़े में भवन निर्माण से पहले भूमि पूजन किया गया है, वो आशा करते है कि कोविड को ध्यान में रखते हुए 2021 हरिद्वार महाकुंभ बहुत ही दिव्य भव्य और सुरक्षित सकुशल सम्पन्न होगा। वही महामंडलेश्वर कैलाशानंद ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि अनादिकाल से भारतीय परंपरा में अग्नि अखाड़े के बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान रहा है। अग्नि अखाड़े में आनंद, स्वरूप, प्रकाश और चेतन चार ब्रह्मचारी होते है। चारो ब्रह्मचारी नंदरामा, अग्निहोत्री, नैष्टिक और गायत्री के उपासक होते है। वही उन्होंने ये भी कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट होता है कुम्भ मेला। आज अग्नि अखाड़े के महंत, श्रीमहंत, थानापति, कोठारी भंडारी, पुजारी और सभी महात्माओं ने मिलकर अग्नि अखाडे की नींव रखी है। उपनिषद में लिखा है कि भारतीय संस्कृति में भूमि बहुत महत्वपूर्ण है और यही कारण है कि अभी हाल में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद भवन और उससे पहले अयोध्या में राम मंदिर निर्माण से पहले भूमि पूजन किया है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि कोरोना के कारण परिस्थिति चाहे जो भी हो, हरिद्वार महाकुंभ मेला बहुत ही दिव्य और भव्य होगा। 

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