हरिद्वार – धर्मनगरी हरिद्वार में गँगा किनारे बने तमाम घाटों के रखरखाव और सौन्दर्य करण के लिए जिला प्रशासन ने नई योजना तैयार की है। योजना के तहत घाटों को संस्थाओं को गोद दिया जाएगा। खास बात ये है कि यह योजना गँगा को स्वच्छ और निर्मल बनाने में भी महत्वपूर्ण साबित होगी। मेला नियंत्रण भवन में प्रेस वार्ता के दौरान हरिद्वार जिलाधिकारी सी0 रविशंकर ने बताया कि कुछ घाटों के रखरखाव के लिए कई संस्थाओं से बात चल रही है। इन संस्थाओं द्वारा घाटों को गोद लिया जाएगा, जिसके लिए कई नियम व शर्तें रखी जाएंगी। जिस संस्था के पास ये जिम्मेदारी होगी तीन साल के लिए उसी के नाम पर घाट का नाम रखा जाएगा। इसके लिए संस्था कुछ धनराशि भी जिला प्रशासन को देगी, जिससे घाटों की सुरक्षा और रख रखाव पर लगाया जाएगा। प्रत्येक घाट पर एक कर्मचारी की तैनाती की जाएगी जिसके पास घाट की साफ सफाई की जिम्मेदारी रहेगी। मौजूद व्यक्ति के पास एक वॉकी टॉकी रहेगी जो कहीं कोई गड़बड़ी होने पर वह सीधा कंट्रोल रूम को शिकायत करेगा। वही उन्होंने बताया की इस योजना से घाट का तो रख रखा होगा ही साथ ही से गंगा प्रदूषित होने से भी बचेगी। वही उन्होंने यह भी बताया कि सभी घाटों के लिए यह योजना नहीं है केवल कुछ घाटों के लिए यह योजना है। जो पौराणिक गंगा घाट है उनके नाम के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की जाएगी।