रुद्रपुर शहर के मुख्य हाइवे के किनारे पर लगा कूड़े का ढेर हो या शहर के अंदर गंदे पानी से लबलबाती खस्ताहाल सड़कें ….. रुद्रपुर शहर के हालात वाकई खराब हैं। आपको बता दें कि प्रदेश में भाजपा की सरकार है, शहर के विधायक भी उसी पार्टी के हैं तो नगर के निजाम मतलब मेयर साहब भी बीजेपी के हैं ।
नगर निगम चुनाव के दौरान लोगों को उम्मीद थी कि नगर निगम के निजाम के बदलने के बाद पहाडगंज के लोगों को गंदगी और बदबूदार हवा से छुटकारा मिल जाएगा और सडकों की भी मरम्मत हो जाएगी लेकिन शहर के निजाम तो बदल गए लेकिन हालात नहीं बदले ।अब अगर शहर के प्रमुख हाइवे पर फैले कूड़े के ढेर की बात की जाए तो समझना होगा कि शासन, प्रशासन के नुमाइंदे भी यहां से निकलते हैं लेकिन वातानुकूलित गाड़ियों की बंद खिड़कियां शायद लोगों की परेशानी का अंदाजा अभी तक नहीं लगा पाईं ।
जनप्रतिनिधि मौन हैं और प्रशासन आंखें मूंदे बैठा है…शहर के हालात कब सुधरेंगें ये किसी को मालूम नहीं ….लेकिन रुद्रपुर शहर से शासन प्रशासन की बेरुखी अब लोगों को दिखने लगी है ….सत्ता के लिए आपस में लड़ने वाले जनप्रतिनिधियों के लिए भी लोगों में रोष पनप रहा है ।