हरिद्वार – हरिद्वार स्थित हर की पौड़ी पर खुदाई के दौरान निकली प्राचीन पैड़ियाँ चर्चा का विषय बनी हुई है। इन पैड़ियों पर प्राचीन दुर्लभ भाषा मे लिखा है जो किसी की भी समझ से परे है। सोशल मीडिया पर इन पैड़ियों की वीडियो वायरल होने के बाद जिस किसी ने भी ये सुना वो इन पैड़ियों को देखने के लिए हर की पौड़ी की तरफ दौड़ पड़ा। श्री गँगा सभा के पदाधिकारियों ने इन पैड़ियों की पहचान कराने के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग से जाँच कराने की बात कही है।

दरअसल हरिद्वार में कुम्भ मेले के तहत सौंदर्यीकरण का काम चल रहा है। मंगलवार सुबह हर की पौड़ी पर पैड़ी ब्रह्मकुंड पर मरम्मत का काम चल रहा था, पुरानी पैड़ी की खुदाई के दौरान कुछ और भी पुरानी पैड़ी निकल आयी जिस पर प्राचीन भाषा मे लिखा हुआ है। सोशल मीडिया पर इन पैड़ियों की वीडियो वायरल होने के लोग हर की पैड़ी की ओर लोग दौड़ पड़े। श्री गँगा सभा के पदाधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर इन पैड़ियों के पास चल रहे काम को रुकवा दिया। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के अधिकारियों को सूचना दी। श्री गँगा सभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने बताया कि हर की पैड़ी पर वर्तमान में लगी पैड़ियाँ ही 100 से 150 साल पुरानी है। अब इससे भी प्राचीन पैड़ियाँ निकलने के बाद वो भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के अधिकारियों से इसकी पहचान करवायेंगे। वो चाहते है कि पहचान होने के बाद हर की पौड़ी के इतिहास के बारे में और भी जानकारी मिल सके। 
हालांकि तीर्थ पुरोहितों ने अपने परिचितों को इन पैड़ियों की फ़ोटो भेजकर इस पर लिखी भाषा को जानने का प्रयास किया लेकिन अभी तक कही से कोई स्पष्ट तथ्य नही मिला कि ये कौन सी भाषा है और इनमे लिखा क्या है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *