हरिद्वार – हरिद्वार में कुम्भ मेले के लिए सौन्दर्यकरण का काम किया जा रहा है। हरिद्वार की तमाम बिल्डिंगों और दीवारों पर आकर्षक चित्रकारी भी की जा रही है। सामाजिक संगठन श्री अखंड परशुराम अखाड़ा ने निचली दीवारों पर हिन्दू देवी देवताओं के चित्र बनाने पर आपत्ति जताई है। श्री अखण्ड परशुराम अखाड़े के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक ने इसके लिए हरिद्वार प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज को ज्ञापन सौंप निचली दीवारों पर धार्मिक चित्र बनाने पर रोक लगाने की माँग की है। इससे पूर्व उन्होंने कुम्भ मेला प्रशासन से भी इसकी शिकायत की है। प्रेमनगर आश्रम में ज्ञापन देने के पश्चात पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि मेला प्रशासन द्वारा नगर की दीवारों, घाटों, पुलों के पिलरों पर प्रकृति, देवी देवताओं, ऋषि मुनियों के चित्र पेंटिंग के माध्यम से दर्शाये गये हैं। भारतीय संस्कृति को दर्शाने वाले ये चित्र अति प्रशसंनीय और मनमोहक भी हैं। लेकिन इस प्रशसंनीय कार्य में एक बड़ी मानवीय भूल देखने में आयी है। कई स्थानों पर देवी देवताओं और ऋषि मुनियों के चित्र दीवारों व पिलरों पर इतना अधिक नीचे बना दिए गए हैं कि पशु और कुछ अशिक्षित लोग इन पर मूत्र विसर्जन व थूक रहे हैं। जिससे भारतीय सनातन परंपरा और संस्कृति में आस्था रखने वाले लोगों की भावनाएं आहत हो रही हैं। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि मेला प्रशासन कार्यदायी संस्था को तत्काल निर्देश जारी करे कि किसी भी देवी देवता, ऋषि मुनि का चित्र कम से कम पांच फीट की ऊंचाई से कम पर बनाया ना जाए। जिससे श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाएं आहत ना हों।