मयूर सैनी
हरिद्वार – देवभूमि उत्तराखंड में अपराधियों के खिलाफ कार्यवाही लगातार जारी है। 24 दिसंबर को कई मामलों में संलिप्त विनय त्यागी को पेशी के लिए ले जाया जा रहा था और रुड़की के पास बदमाशों ने अचानक पुलिस गाड़ी पर फायरिंग शुरू कर दीं। जिसमें विनय त्यागी गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसको एम्स ऋषिकेश में इलाज के लिए भर्ती कराया। वहीं पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए घटना को अंजाम देने वाले दोनों बदमाशों को घटना के कुछ घंटे बाद ही पकड़ कर जेल भेज दिया।
उत्तराखंड में अपराधियों पर नकेल कसने के लिए धामी सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है, वहीं पुलिस भी अपराधियों के ख़िलाफ़ सख्ती से पेश आ रही है। 24 दिसंबर की रात गोली लगने से घायल अपराधी विनय त्यागी को जहां एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया, वहीं इस घटना को अंजाम देने वाले दोनों अपराधियों को भी घटना कुछ घंटे के बाद ही गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया गया, हालांकि आज सुबह इलाज के दौरान विनय त्यागी की मौत हो गई। पुलिस ने बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
गौरतलब है कि पुलिस ने वारदात को अंजाम देने वाले दोनों अपराधियों को अपनी गिरफ्त में ले लिया है। अपराधी उत्तर प्रदेश में वारदात करने बाद उत्तराखंड की ओर रुख कर रहे हैं। लेकिन उत्तराखंड की धामी सरकार ने साफ कर दिया है कि देवभूमि अपराधियों के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। यही वजह है कि अपराधियों पर उत्तराखण पुलिस सख़्त कार्रवाई करती दिखाई दे रही है, चाहे वह गिरफ्तारी हो या किसी गैंग पर शिकंजा कसना हो, पुलिस लगातार कार्यवाही कर रही है।
पुलिस ने इसी कड़ी में विनय त्यागी पर हमला करने वाले आरोपियों को भी तुरंत गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है। उत्तराखंड पुलिस का संदेश स्पष्ट है कोई भी कानून से खिलवाड़ करेगा, चाहे वह कितना भी बड़ा अपराधी क्यों न हो वह सजा भुगतने के लिए तैयार रहे। अपराधी विनय त्यागी मुजफ्फरनगर का रहने वाला है, सूत्र बताते है कि उसका नेटवर्क कई राज्यों में फैला है। उसके ऊपर कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
उत्तराखंड में कानून व्यवस्था को दुरुस्त बनाए रखने के लिए धामी सरकार और पुलिस प्रशासन लगातार अपराधियों पर नकेल कस रहा है। विनय त्यागी के हत्यारों को घटना के कुछ घंटों बाद ही गिरफ्तार करके सलाखों के पीछे भेज दिया है।

