सनातन धर्म व भारतीय संस्कृति से प्रभावित होकर सुदूर यूरपीय देश लिथुआनिया के निवासियों ने नई पहल की है। तीन दिवसीय हरिद्वार पंहुचे इस दल ने हरकी पौड़ी पर हवन पूजन कर अपने पूर्वजों के नाम की वंशावलि तैयार की है। यह इतिहास में पहली बार हुआ है कि विदेशों से आये लोगो ने अपनी व पूर्वजो के इतिहास को संकलित किया है।
लिथुआनिया देश से आये एक दल ने विधिविधान से हरकीपौडी पर हवन यज्ञ कर अपना वंशलेखन करवाया। उनका मनना है कि भारतीय सनातन परंपरा सारी दुनिया मे सर्वश्रेष्ठ है । कई सदियों पूर्व उनके पूर्वज इस देश से चले गए थे , मगर उनकी आज की पीढ़ियों में अब भी भारतीय संस्कृति से जुड़ाव बना हुआ है यही वजह है कि उन्होंने एक बार फिर भारतीय परंपरा का अनुपालन कर वंशावलि तैयार करवाई है।
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