हरिद्वार – धर्मनगरी हरिद्वार की शिवालिक पर्वत श्रृंखला की तलहटी में स्थित प्राचीन पौराणिक महाभारतकालीन तीर्थ स्थल श्री भीमगोडा तीर्थ के जीर्णोद्धार के लिए हरिद्वार की श्री देव भूमि रक्षा समिति आगे आई है। समिति से जुड़े सदस्यों ने मेला अधिकारी दीपक रावत को ज्ञापन सौंप भीमगोडा कुंड के जीर्णोद्धार की मांग की, साथ ही उन्होंने कनखल स्थित पौराणिक तीर्थ स्थल सती कुंड के सौंदर्यीकरण के लिए बनाई गई योजना पर मेला अधिकारी का आभार भी व्यक्त किया। इस दौरान मेला अधिकारी दीपक रावत ने बताया की 31 लाख रूपये की योजना बना कर उत्तराखण्ड शासन को मेला अधिष्ठान द्वारा प्रेषित की गई हैं, दिसम्बर माह के अंत तक इस पवित्र भीमगोडा कुन्ड में गंगाजल लाकर इसके प्राचीन पौराणिक स्वरूप को पुनः वापस लाया जाएगा। उन्होंने कहा की वह व्यक्तिगत रूप से भी इसके लिए प्रयास रत हैं। भीमकुण्ड में हर हाल में गंगाजल लाया जाएगा। ज्ञापन देने वालो में देवभूमि रक्षा समिति अध्यक्ष संजय त्रिवाल ,पर्यावरणविद रविन्द्र मिश्रा शामिल रहे। आपको बता दे वर्तमान में भीमगोडा तीर्थ बदहाल स्थिति में है। कुंड में जो पानी भरा है वो बारिश या पास ही में जा रहे नाले से रिसकार भरा है। ब्रिटिश शासन में यहाँ तक गंगाजल पहुंचाने के लिए सुरंग बनाई गई थी जो अतिक्रमण हो जाने के कारण बंद हो गई है। अब एक बार फिर से कुम्भ मेले के बजट से इसके सौन्दरियकरण की उम्मीद जगी है।