हरिद्वार – हरिद्वार में होने वाले महाकुंभ का स्वरूप अभी तक तय नहीं हो पाया है। अखाड़ा परिषद ने अब निर्णय लिया है की वह मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के पूर्णतया स्वस्थ्य होने के बाद उनसे मिलने जाएंगे। मुख्यमंत्री से कुंभ के स्वरूप पर बात करके आगे का निर्णय लेंगे। अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरिगिरि महाराज ने कहा कि हमारा मानना यह है कि हरिद्वार में होने वाला कुंभ भव्य और दिव्य होना चाहिए। हरि गिरि ने कहा कि मुख्यमंत्री जल्द ही स्वस्थ होकर हमारे बीच आएंगे, उनके द्वारा माँ मायादेवी से मुख्यमंत्री के स्वस्थ्य होने की लगातार कामना की जा रही है। हरिगिरि महाराज ने कहा कि अखाड़ा परिषद 20 फरवरी का इंतजार कर रही है, क्योंकि 20 फरवरी तक कोरोना समाप्ति की उम्मीद जताई जा रही है। अगर 20 फरवरी तक निर्णय नहीं हुआ तो अखाड़ा परिषद कुंभ के स्वरूप को लेकर खुद ही निर्णय लेगी। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा मेला अधिकारी के द्वारा मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी भेजा जा चुका है जिसमे कुंभ भव्य और दिव्य करने की मांग की गई है। हरि गिरि ने कहा कि वह आशावादी संत हैं और उन्हें आशा है कि करोना की जो स्थिति आज से 6 महीने पहले थी वह आज नहीं है औऱ 20 फरवरी को निश्चित रूप से आज जैसी स्थिति भी नहीं होगी। इसलिए वो लगातार प्रयासरत है। उन्हें उम्मीद है कि देश से कोरोना समाप्त होगा और हरिद्वार महाकुंभ दिव्य भव्य होगा।