हरिद्वार- हरिद्वार में चमार वाल्मीकि महासंघ द्वारा एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया जिसमें उत्तराखंड के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त आईएएस सुवर्द्धन, पूर्व आईएएस चंद्र सिंह समेत कई सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुए। विचार गोष्ठी में सर्वधर्म सदभाव और सामाजिक दशा व दिशा पर विस्तृत चर्चा की गई। इस दौरान चमार वाल्मीकि महासंघ के पदाधिकारियों की घोषणा भी की गई। जिसमें उत्तराखंड के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त आईएएस सुवर्द्धन को प्रदेश प्रभारी और राजेंद्र श्रमिक को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई।
संगठन के संरक्षक पूर्व आईएएस चंद्र सिंह ने कहा कि जन्म से ही लोगों को छोटा बड़ा मानकर भेदभाव किया जाने लगता है, इस परंपरा को खत्म कर सभी को एक साथ रहना चाहिए। इस दौरान चमार वाल्मीकि महासंघ के प्रदेश प्रभारी पूर्व आईएएस सुवर्द्धन ने कहा कि भारतीय संविधान में आरक्षण की व्यवस्था तो है लेकिन आजादी के इतने साल बाद भी जरूरत मंदो को पूरा आरक्षण का लाभ नही मिल पा रहा है, इनके लिए केवल शासन जिम्मेदार है। वही उन्होंने निकिता हत्याकांड पर कहा कि इस हत्याकांड की वो निंदा करते है, इस कांड के दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए, चाहे वो किसी भी धर्म या जाति के हो, किसी भी धर्म या जाति से जुड़ी महिला को न्याय दिलाने के लिए सरकार को उसकी मदद करनी चाहिए।
इस दौरान चमार वाल्मीकि महासंघ के संस्थापक अध्यक्ष भंवर सिंह, उत्तराखंड अधीनस्थ चयन बोर्ड के पूर्व सदस्य महेश चंद्र, पूर्व सांसद डॉ. भगवानदास राठौर, पूर्व जज चिरंजीलाल भारती, मौलाना आरिफ साहब, पीआर बम्मसिया, हरीश गौतम, रमनलाल, ओएनजीसी के पूर्व जीएम नफीसुल हसन, भेल के पूर्व जीएम आरयू प्रसाद, अखिल भारतीय सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र तेश्वर, वीरेंद्र श्रमिक, राष्ट्रीय मुस्लिम मोर्चा के जिलाध्यक्ष नसीर अहमद आदि शामिल रहे।
