लालढांग (हरिद्वार) – हरिद्वार के लालढांग स्थित सहकारी समिति में बनाये गए धान क्रय केंद्र के बंद हो जाने से क्षेत्र के किसान आक्रोशित हो गया। सैकड़ो किसान अपनी धान की फसल बेचने से वंचित रह गए। नाराज किसानों ने कटेबड़ स्थित सहकारी समिति के बाहर सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन और नारेबाजी की। इस दौरान किसानों ने सरकार से एमएसपी पर धान खरीदने हेतु धान क्रय केंद्र को खोलने की माँग भी की है। हरिद्वार के लालढांग से सटे कई गांवों के किसान अपनी धान की फसल नही बेच पाये है। किसानों का आरोप है कि अभी उन्होंने अपनी धान की फसल बेची भी नही की उनके क्षेत्र में लगा धान क्रय केंद्र बंद हो गया। यूसीएफ द्वारा क्षेत्र के शेष बचे किसान जिन्होंने अपना रजिस्ट्रेशन सीएससी सेंटर द्वारा अब तो नवंबर माह में ही करा दिया था लेकिन धान खरीद सेंटर अचानक बंद होने से क्षेत्र के किसान आक्रोशित हैं तथा उन्होंने एकत्रित होकर संस्था के खिलाफ प्रदर्शन किया। उन्होंने मांग की कि उनके क्षेत्र के धान नही बेच पाने वाले रजिस्टर्ड किसानों का धान संस्था द्वारा खरीदा जाना चाहिए। क्योंकि किसानों को बाजार में उचित मूल्य नहीं मिल रहा है। बाजार मेंं किसानों को समर्थन मूल्य से कम पर अपनी फसल बेचनी पड़ रही है। किसान नेता ब्रजमोहन पोखरियाल का कहना है कि संस्था द्वारा क्षेत्र के सैकड़ों रजिस्टर्ड किसान अभी अपना धान बेचने से रह गए हैं लेकिन संस्था ने अपना धान क्रय केंद्र अचानक बंद कर दिया है जिससे किसान बाजार से उचित रेट ना मिलने से मायूस है। उन्होंने मांग की है कि उनके क्षेत्र के शेष बचे रजिस्टर्ड किसानों का धान खरीद कर किसानों को राहत दिलाई जाए। साधन सहकारी समिति लालढांग के डायरेक्टर बलवीर सिंह ने कहा कि किसानों की मांग जायज है तथा केंद्र पुनः स्थापित कर वंचित किसानों का धान खरीदा जाना चाहिए। वही मांगे ना पूरी होने पर किसानों ने उग्र आंदोलन की चेतावनी भी शासन-प्रशासन को दी है। प्रदर्शन करने वालों में मुख्य रूप से बृजमोहन पोखरियाल, बलवीर सिंह, रमेश, संजीत कुमार, नाथू सिंह, सोजी राम हरजिंदर सिंह, साधु राम सत्य मोहन पोखरियाल, पंचम सिंह, जगतार सिंह आदि किसान शामिल थे।