हरिद्वार – हरिद्वार में श्री गँगा सभा से जुड़े तीर्थ पुरोहितों ने एक बार फिर से हर की पौड़ी से होकर बहने गँगा धारा को स्केप चैनल (केनाल) बताने वाला शासनादेश रद्द करने की माँग राज्य सरकार से की है। हरिद्वार में प्रेस वार्ता कर तीर्थ पुरोहितों ने इसके साथ ही गँगा में गिर रहे 22 गंदे नालो पर रोक, हर की पौड़ी के अलावा अन्य घाटों को हर की पौड़ी बताकर होने वाले कर्मकांडो पर रोक लगाने के साथ ही इस बार ऑनलाइन कराए जा रहे श्राद्ध कर्म को अनुचित बताते हुए कार्रवाई की माँग भी सरकार से की है।
इस दौरान सौरभ सिखौला ने आरोप लगाया कि पहले काँग्रेस ने गँगा को स्केप चैनल का शासनादेश जारी करके बड़ा पाप किया और अब बीजपी सरकार इस शासनादेश को रद्द नही कर रही है। उन्होंने चेतावनी भी दी है यदि जल्द ही उनकी इन सभी माँगो को सरकार पूरा नही करती तो वे 18 सितंबर को हर की पौड़ी से जनांदोलन करेंगे। पंडित प्रतीक मिश्रपुरी ने कहा कि ऑनलाइन श्राद्ध कर्म, तर्पण और पिंडदान का शास्त्रों में कही वर्णन नहीं है जिस प्रकाश टीवी स्क्रीन में जल रही आग को महसूस नहीं किया जा सकता उसी तरह से ऑनलाइन किये गए श्राद्ध का फल नहीं मिलता।
वही इनके द्वारा ये आरोप भी लगाया गया है कि विभिन्न स्नान पर्वो पर प्रशासन हर बार हरकी पौड़ी को सील करके अन्य घाटों को खोल देता है और इन घाटों पर हरकी पौड़ी के श्राइन बोर्ड लगाकर ब्रह्मकुंड के अस्तित्व को ठेस पहुंचाने का काम किया जा रहा है और अब वो इसका पुरजोर विरोध करेंगे।