हरिद्वार – मकर संक्रांति वाले दिन गँगा स्नान करने जा रहे व्यापारियों पर दर्ज मुकदमे का विरोध तेज होता जा रहा है। बुधवार को प्रदेश व्यापार मण्डल के संरक्षक मण्डल के सदस्यो ने मीडिया को बयान जारी कर प्रदेश अध्यक्ष संजीव चौधरी सहित सभी 15 व्यापारी नेताओ पर दर्ज मुक़दमे वापस लिए जाने की माँग की है। उन्होंने प्रशासन द्वारा की गई इस कार्रवाई को हिंदू धर्म की आस्था व व्यापारी विरोधी भी बताया।
प्रेस को जारी बयान मे संरक्षक व आरएसएस विचारक राकेश बजरंगी ने कहा की व्यापारी शांति पूर्ण तरीक़े से कुम्भ नोटिफ़िकेश की माँग को ले कर स्नान करने जा रहे थे ऐसे मे उन पर मुक़दमा करना पुरी तरह ग़लत है। माँ गंगा स्नान करना कोई अपराध नहीं है। जहाँ बिना अनुमति के शहर मे बड़े बड़े आयोजन हो रहे है ऐसे मे गंगा स्नान को जा रहे व्यापारियों पर मुक़दमे करना न्याय संगत नहीं है ये मुक़दमे तत्काल वापस लिए जाने चाहिए।
वरिष्ठ संरक्षक पूर्व राज्यमंत्री डाo संजय पालिवाल ने कहा की ये मुक़दमे लोकतंत्र की हत्या है अब लोग गंगा मे नहाने से भी डरने लगेंगे। व्यापारीयो ने केवल धार्मिक नारे लगते हुए स्नान कर के कोई अपराध नहीं किया है। ऐसे मे मुक़दमे करना व्यपारियों की आवाज़ को दबाने की साज़िश है ये मुक़दमे वापस लिए जाने चाहिए ।
प्रेस को जारी बयान मे संरक्षक पूर्व पालिका अध्यक्ष प्रदीप चौधरी ने कहा की उस दिन सरकारी आँकड़ो के हिसाब से कई लाख लोगों ने गंगा मे स्नान किया है। ऐसे मे शहर के व्यापारीयो ने यदि स्नान कर लिया तो कोन से क़ानून को तोड़ दिया। ये बदले की भावना से किया गया निंदनीय कार्य है। व्यापारीयो के साथ आज पुरा शहर खड़ा हो गया है ये मुक़दमे तत्काल वापस ना लिए गए तो परिणाम गम्भीर हो सकते है।
