हरिद्वार – ज्योतिष पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी सरस्वती स्वरूपानंद सरस्वती महाराज के ज्योतिषपीठ पर आसन्न होने के 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में हरिद्वार में हुआ कार्यक्रम। हरिद्वार के कनखल स्थित उनके मठ में पहला स्वर्ण ज्योति महोत्सव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में शहर के विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर काम करने वाले लोगों को सम्मानित किया गया। स्वास्थ्य, शिक्षा, समाजसेवा, खेल और पत्रकारिता से जुड़े 50 लोगों को इस मौके पर सम्मान दिया गया। स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर योगदान देने के वाले डॉक्टरों को सम्मान दिया गया। सम्मान पाने वालों में डॉक्टर के0 के0 त्रिपाठी भी शामिल रहे। गौरतलब है कि डॉक्टर त्रिपाठी कोरोना संकट के इस दौर में भी अपनी ज़िमेदारी को बखूबी निभाते रहे हैं, निजी प्रैक्टिस कर रहे डॉ त्रिपाठी काफी लंबे समय से शहर के लोगों को अपनी सेवा दे रहे हैं, कोरोना के डर से शहर के लोग भी जब ख़ौफ और डर में थे तब भी डॉ त्रिपाठी ने न सिर्फ लोगों के डर को कम करने का काम किया बल्कि उनको इस महामारी से कैसे लड़ना है यह भी बताया। शहर की बहुत बड़ी आबादी डॉ त्रिपाठी पर भरोसा करती है यही वजह है कि इस महामारी के दौर में डॉ त्रिपाठी ने अपने टाइम टेबल से ज्यादा समय देकर हर उस मरीज़ को देखा जो उनके पास आया। स्वर्ण ज्योति महोत्सव में सम्मान पाने के बाद डॉ त्रिपाठी और उनकी पत्नी डॉ आरती त्रिपाठी ने मठ का सुक्रिया अदा किया। डॉ त्रिपाठी ने कहा कि वह शहर के लोगों को काफी समय से अपनी सेवा दे रहे हैं और आगे भी विभिन्न परिस्थियों में वह लोगों के बेहतर स्वास्थ्य के लिये वह काम करते रहेंगे। शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती महाराज के शिष्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने बताया कि ज्योतिषपीठ पर 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष में उनके द्वारा देशभर में 2 साल तक स्वर्ण ज्योति महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। स्वर्ण ज्योति महोत्सव में सोशल मीडिया के माध्यम से शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती महाराज ने कार्यक्रम को संबोधित कर अपना आशीर्वाद दिया।