हरिद्वार – हरिद्वार महाकुंभ मेले में थोड़ा समय बचा है। कुम्भ मेले की तैयारियां ने जोर पकड़ लिया है। मेला प्रशासन द्वारा अखाड़ों व मठों में रहने वाले साधु संतों की पेशवाई, शिविर, छावनी और महामंडलेश्वर नगर बसाने की तैयारी में जुटा है। लेकिन बैरागी संतो ने मेला प्राधिकरण पर भेदभाव का आरोप लगाया है। बैरागी अखाड़ो की छावनी स्थलों पर हो रहे अतिक्रमण को हटाए जाने और बैरागियों की छावनी निर्माण का कार्य जल्द शुरू किए जाने की माँग की है। जगद्गुरू रामानंदाचार्य हंसदेवाचार्य के शिष्य महंत लोकेश दास ने मीडिया को बयान जारी कर कहा कि कुम्भ मेला शुरू होने को है परंतु मेला प्रशासन ने अभी तक भी बैरागियों की छावनियों के लिए आरक्षित क्षेत्र से अतिक्रमण नही हटवाया है। बैरागियों की छावनी क्षेत्र में कुम्भ कार्य शुरू किए गए हैं लेकिन बैरागी अखाड़े के संतो की छावनी के लिए कोई कार्य शुरू नही हुआ। उन्होंने कई बार मेला प्रशासन को पत्र लिखकर कार्य शुरू किए जाने और अतिक्रमण हटाने के विषय मे आग्रह किया है लेकिन कोई सुनवाई नही हुई। उन्होंने कहा कि अभी तो बैरागी संत हाथ जोड़ कर मांग कर रहे है और अगर मेला प्रशासन ने कार्य जल्द शुरू नही किये तो बैरागी संत शांत नही बैठेंगे।