देहरादून – कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी बुधवार को जब देहरादून एयरपोर्ट पहुंची तो उनके हाथों में रुद्राक्ष की माला देखी गई। ऐसे में प्रियंका गांधी के हाथ में रुद्राक्ष की माला देख राजनीतिक गलियारे में इसके कई मायने निकाले जा रहे हैं। कांग्रेस इसे प्रियंका गांधी का व्यक्तिगत मामला बता रही है, कांग्रेस का कहना है कि वो ब्राह्मण परिवार से हैं, वो रुद्राक्ष माला अपने पास रखती है तो इसमें किसी को कोई आपत्ति क्यों हो सकती है।
हालांकि कांग्रेस इसको लेकर जो भी कहे लेकिन प्रियंका गांधी के हाथों में रुद्राक्ष की माला देख भारतीय जनता पार्टी ने इसे ड्रामा करार दिया है। बीजेपी का कहना है कि, “प्रियंका का यूपी दौरा और मंदिर जाना भी एक राजनीतिक ड्रामा है। सुर्खियों में बने रहने की कोशिश में कुछ नेता ऐसा करते हैैं, वही प्रियंका गांधी भी कर रही हैं।
कांग्रेस की राजनीतिक हालत यूपी में काफी खराब है। ऐसे में माना जा रहा है कि प्रियंका गांधी अपने तरीके से कांग्रेस को मज़बूूूत करने में जुटी हैं। कुछ लोगों का कहना है कि प्रियंका के हाथों में रुद्राक्ष की माला यूपी में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों को देखते हुए है। कांग्रेस का निशाना यूपी में ब्राम्हण वोटों पर है, इसलिए वो रुद्राक्ष की माला लेकर चल रही हैं।
वहीं इससे पहले जब राहुल गांधी ने अपना जनेऊ दिखाया ओर खुद को ब्राम्हण बताया था। और 2018 में जब राहुल गांधी ने कैलाश मानसरोवर की यात्रा की थी। उस वक़्त भी जनेेेऊ ओर कैलाश मानसरोवर यात्रा पर भी जमकर शियासत देखने को मिली थी।
गौरतलब है कि 2022 में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, गुजरात, गोवा और मणिपुर में विधानसभा के चुनाव होने होने हैं, यही वजह है कि तमाम राजनीतिक दल अपने-अपने तरीके से शियासी बढत लेने में जुटे हैं। चाहे किसान का मुद्दा हो या फिर रुद्राक्ष पर शियासत। राजनीतिक दल अपने को जनता का हितैसी साबित करने के साथ ही वोट बैंक में सेंधमारी का कोई भी अवसर नहीं गवाना चाहते हैं।