देहरादून . उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण की वजह से पिछले 10 महीनों से बंद पड़े स्कूलों को अब 8 फरवरी से खोलने की तैयारी हो गई है। सरकार की अभी छठी से 12वी तक के स्कूल खोलने की तैयारी है। उत्तराखंड सरकार ने इसके लिए एसओपी भी जारी कर दी है। उत्तराखंड सरकार ने सभी जिलों के अधिकारियों को एसओपी का सख्ती से पालन कराने का निर्देश दिया है। सरकार द्वारा तय किये गए नियमों की अनदेखी पर अधिकारी या स्कूल प्रबंधन के खिलाफ करवाई की जाएगी।
उत्तराखंड शासन ने जो नियम शासन स्तर से तय किये गए उनमें बच्चों की सेफ्टी का पूरा ख्याल रखा गया है। स्कूल प्रबंधन की जिम्मेदारी के साथ ही शिक्षा विभाग से जुड़े अधिकारियों को कई जिम्मेदारी निभानी होगी। स्कूल में प्रवेश करने से पहले छात्रों को हैंडवाशए सैनेटाइजर के बाद ही स्कूल में एंट्री मिलेगी। बच्चों को स्कूूूल में हमेशा मास्क पहनना अनिवार्य है। स्कूल में एक से ज्यादा एंट्री प्वाइंट हैं तो उनकी मॉनिटरिंग की जाएगी। स्कूल बसों और पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करने वाले छात्रों का हर दिन सैनेटाइजेशन जरूरी है। बस और स्कूल सभी जगहों पर सोशल डिस्टेंस का पालन करना होगा। स्कूूूल मेंं शिक्षकों के लिए भी मास्क पहनना अनिवार्य है। स्कूल प्रबंधन द्वारा ज्यादा मात्रा में मास्क और सैनेटाइजर उपलब्ध कराए जाएंगे। अगर कोई छात्र ऑनलाइन पढ़ाई करना चाहता है तो ये स्कूल प्रबंधन की जिम्मेदारी होगी कि उसे ऑनलाइन पढ़ाई की सुविधा उपलब्ध कराए। जिन छात्रों के पास ऑनलाइन पढ़ाई की सुविधा नहीं हैए उन्हें प्राथमिकता के आधार पर स्कूल बुलाया जाएगा। स्कूल में दो शिफ्ट में कक्षाओं का संचालन होगा और प्रत्येक शिफ्ट के बाद पूरे स्कूल का सनीटाइजेशन कराना जरूरी होगा। छात्र के स्कूल आने के लिए अभिभावकों की अनुमति जरूरी है। कोविड संबंधी गाइडलाइन के पालन के साथ ही छात्रों को कोविड.19 संक्रमण रोकथाम के लिए जागरूक किया जाएगा।
गौरतलब है कि सरकार पहले 9वी से 12वी तक की पढ़ाई का फैसला लिया था। कोरोना संंक्रमण के हालात को धयान में रख कर सरकार आगे फैसला करेगी।
