हरिद्वार – प्रदेश व्यापार मंडल से जुड़े व्यापारियों ने सरकार के कुम्भ स्नान के दिन ट्रेन की आवाजाही पर रोक, यात्रियों की सीमित संख्या के फैसले का विरोध किया है। इसके साथ ही उन्होंने अखाड़ा परिषद और संत समाज से सरकार के इस फ़ैसले का खुलकर विरोध करने की माँग की है। हरिद्वार में प्रदेश कार्यालय पर बैठक कर उन्होंने आंदोलन की चेतावनी भी दी है।
बैठक को सम्बोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष संजीव चौधरी ने कहा की अब तो हद ही हो गई है सरकार व्यापारी के दमन पर उतर गई है। कोरोना के टूटे हुए व्यापारियों की सहायता करने की बजाय अब सरकार कुम्भ ना करा कर व्यापारियो के हाथ मे कटोरा देना का काम कर रही है। व्यापारी किसी भी पार्टी का हो पर इस समय पेट पर लात मारी जा रही है। ऐसे मे सब को एक साथ आ कर संघर्ष करना चाहिए। उन्होंने सरकार से भी माँग की है कि देश मे हर काम हो रहा है, चुनाव हो रहे हैं, रेलिया हो रही है, ख़ुद हरिद्वार मे बड़े बड़े आयोजन हो रहे है तो कुम्भ को भी भव्य और दिव्य करना चाहिए। साथ ही अखाड़ा परिषद व संत समाज से अपील की है वो मौन रहकर सरकार को सहमती ना दे बल्कि उन्हें खुल कर विरोध करना चाहिए ।
बैठक को सम्बोधित करते हुए संरक्षक सुरेश भाटिया व अनुशासन समिति के प्रदेश अध्यक्ष सुधीश ने कहा की ये तो तानाशाही हो गई है। अब सरकार बिना बात किए बस हठधर्मिता कर रही है। ऐसे मे व्यापारी के पास आन्दोलन के अलावा कोई रास्ता नही है। व्यापारी भीख मागने से अच्छा है विरोध का रास्ता अपनाएगा, साथ ही उन्होंने श्री गंगा सभा से भी इस पर अपनी राय रखने की अपील की है।
वही बैठक मे व्यापारी नेता सुरेश मखीजा, अरविन्द चौधरी, संजीव कुमार आदित्य साराभाई, विजय धिमान, दीपक काला, पुष्पेंद्र गुप्ता, जगदीप भारद्वाज व विपिन राणा आदि उपस्थित रहे ।
