हरिद्वार – प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल ने सरकार से फरवरी में पड़ने वाली महाशिवरात्रि पर कांवड़ मेला आयोजित कराने की माँग की है। इस माँग को लेकर प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल से जुड़े व्यापारियों ने कुम्भ मेला प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष डॉ नीरज सिंघल ने कहा कि कुंभ मेला प्रशासन एवं उत्तराखंड सरकार को व्यापारी हित में अपने निर्णय पर पुनः विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि लॉक डाउन के बाद भी कांवड़ मेले को करोना के नाम पर निरस्त किया गया था। लेकिन आज तो पहले से स्थिति बहुत ही बेहतर है। कुंभ मेला प्रशासन को कांवड़ मेला विधिवत संपन्न करवा कर अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति और प्रशासनिक क्षमता का परिचय देना चाहिए। कांवड़ मेले को कुम्भ मेले की प्रथम रिहर्सल माना जाना चाहिए। कांवड़ मेला को कुंभ मेला प्रशासन द्वारा रद्द करने का विरोध करते हैं।
प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के जिला महामंत्री संजय त्रिवाल ने कहा कि हिंदुओं की बात करने वाली हमारी सरकार आखिर कावड़ मेला स्थगित करके हिंदू समाज में क्या संदेश देना चाहती है। ऐसे में कुम्भ मेले का क्या औचित्य रह जाता हैं। महाशिवरात्रि कुंभ का मुख्य स्नान हैं। उन्होंने कहा कि हरिद्वार भगवान शिव का ससुराल है, तो हरकी पौड़ी से भगवान परशुराम ने कावड़ उठा कर इस उत्सव की शुरुआत की थी। उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हस्तक्षेप करने की मांग की और तमाम हिंदू नेताओं शंकराचार्य सहित महामंडलेश्वर संतो धर्माचार्य से मांग की कि वह हिंदू हित में कांवड़ मेला सकुशल संपन्न कराने हेतु कुंभ मेला प्रशासन से वार्ता करें। प्रदर्शन करने वालो में विकास त्रिवाल, अजय रावल, विनीत यादव, सतीश चौहान, नीरज कुमार, मोहनदास गोस्वामी, मनोज विश्नोई, हरि सिंह सोनी, पवन कुमार, दिनेश कुकरेजा, विशाल महेश्वरी, राजीव शर्मा, सूरज कुमार, सुनील कुमार आदि व्यापारी मौजूद रहे।