हरिद्वार – कुंभ मेले से पूर्व हरिद्वार रेलवे स्टेशन परिसर में भी सौंदर्यकरण का काम किया जा रहा है। सौन्दर्यकरण के लिए हरिद्वार रेलवे स्टेशन के बाहर बनी लगभग 80 साल पुरानी भगवान शिव की मूर्ति के पास नयी मूर्ति की स्थापना की गई है। लेकिन रेलवे स्टेशन के बाहर उस वक्त हंगामा खड़ा हो गया जब पुरानी मूर्ति को तोड़ने प्रशासन की टीम मूर्ति स्थल पर पहुँची। देखते ही देखते मूर्ति हटाने के विरोध में रेलवे कर्मचारी, यूनियन से जुड़े नेता, कुली और स्थानीय व्यापारी मौके पर जमा हो गए और हंगामा करने लगे। मौके पर पहुँचे एसओ जीआरपी अनुज सिंह ने बमुश्किल विरोध कर रहे लोगो को शांत कराया।
विरोध कर रहे नॉर्दन रेलवे मेंस यूनियन के उप शाखा सचिव दुर्गेश खन्ना ने कहा कि सौंदर्यकरण के नाम पर लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाया जा सकता। रेलवे प्रशासन द्वारा भगवान शिव की मूर्ति को किसी भी सूरत में हटाने नहीं देंगे। वही एनआरएमयू के शाखा सचिव अजय तोमर ने कहा कि हरिद्वार रेलवे स्टेशन की बाहर लगी यह मूर्ति लगभग 80 साल पुरानी है। रेलवे स्टेशन के आसपास स्थानीय व्यापारी, टेंपो एसोसिएशन और रेलवे कर्मचारियों द्वारा इस मूर्ति की पूजा अर्चना की जाती है। उसके बावजूद रेल प्रशासन द्वारा मूर्ति को तोड़ने का काम किया जा रहा है जिससे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी है यदि इस मूर्ति को तोड़ा गया तो वह इसका पुरजोर विरोध करेंगे।
वही मौके पर पहुंचे एसओ जीआरपी अनुज सिंह ने बमुश्किल विरोध कर रहे लोगों को शांत कराया। अनुज सिंह का कहना है कि स्थानीय लोगों द्वारा मूर्ति हटाने का विरोध किया जा रहा था। मौके पर पहुंचकर सभी को समझा-बुझाकर शांत करा दिया गया है।
गौरतलब है कि रेलवे प्रशासन द्वारा सौंदे करण के लिए हरिद्वार रेलवे स्टेशन के बाहर बनी भगवान शिव की मूर्ति को हटाने का फैसला लिया गया है। इस मूर्ति के बराबर में दूसरी भगवान शिव की मूर्ति स्थापित कर दी गई है। लेकिन पुरानी मूर्ति को हटाने के विरोध में कई लोग खड़े हो गए हैं।
